भारत जैसे अनोखे देश में अलग-अलग जगहों पर अलग खान-पान, लोग, बोलियां, भाषाएं और मौसम देखने को मिलते हैं। और तो और, यहां तो सूरज उगने और ढलने तक का समय एक समान नहीं है। बहुत जगहों पर जल्दी सुबह होती है, तो बहुत से स्थानों पर देर से शाम होती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है?
भले ही उस राज्य अरुणाचल प्रदेश का नाम कई लोग बता दें लेकिन कम ही लोग यह जानते होंगे कि राज्य के किस गांव में सबसे पहले सूर्य देवता के दर्शन होते हैं। दरअसल, अरुणाचल का अर्थ ही ‘सूर्य का आंचल’ होता है और देश में सबसे पहले सूर्योदय इसी राज्य के डोंग गांव में होता है।
कितने बजे होता है डोंग में सूर्योदय ?
अरुणाचल प्रदेश की डोंग घाटी में मौजूद डोंग गांव में सुबह 4 बजे के करीब ही सूर्योदय हो जाता है और शाम के 4 बजे ही सूर्यास्त होने लगता है।अंजा जिले का यह पूर्वी गांव समुद्र तल से करीब 1240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
कहां है यह गांव ?
यह इलाका अपनी प्राकृतिक और अछूती खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। पर्यटक और फोटोग्राफी के शौकीन लोग इस जगह पर विशेष रूप से सैर करने आते रहते हैं। यह भारत, म्यांमार और चीन के ‘त्रिकोणीय जंक्शन’ के बीच घिरा है।यहां ट्रैकिंग करते हुए आराम से पहुंचा जा सकता है। अगर आप भारत में किसी अनूठी जगह को देखने की योजना बना रहे हैं, तो यह बैस्ट साबित हो सकती है।
कैसे पहुंचें ?
यहां पहुंचने के लिए आपको असम के डिब्रूगढ़ तक रेल मार्ग से जाना पड़ेगा या फिर आप दिल्ली, कोलकाता और गुवाहाटी से फ्लाइट ले सकते हैं। यहां से आपको वालॉन्ग पहुंचना होगा। वालॉन्ग ट्रैकिंग का मेन प्वाइंट है, यहां से डोंग घाटी तक पहुंचने आपको 90 मिनट लगेंगे। सूर्योदय वाली जगह पर समय से पहुंचने के लिए आपको आधी रात के बाद 2 बजे से चढ़ाई शुरू करनी पड़ेगी। ट्रैक थोड़ा मुश्किल है, लेकिन खूबसूरत नजारे और हरे-भरे घास के मैदान आपकी सारी थकान दूर कर देंगे।
ठहरने की व्यवस्था
अरुणाचल प्रदेश का दौरा करने के लिए परमिट की जरूरत पड़ती है। आप अरुणाचल आई. एल. पी. वैबसाइट पर जा कर परमिट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। परमिट मिल जाने के बाद, आप अरुणाचल में इस जगह और अन्य जगहों को देख सकते हैं। अगर आप पैदल सैर करने की प्लानिंग कर रहे हैं। तो आप तेजू, ह्युलियांग या हवाई में ठहर सकते हैं। इसके अलावा आप लोहित नदी के किनारे कैम्प लगा सकते हैं।